Tuesday 26 September 2017

बिहार में बाढ़ (जल प्रलय)

The Voice of India
बिहार में बाढ़ (जल प्रलय)

बिहार में आई आज इस बाढ़ ने 100 साल पुराना रिकोर्ड तोड़ दिया है, आज इस जल प्रलय ने सब कुछ अपने में समा लिया है | आज विनाशकारी भयंकर जल प्रलय ने बिहार की अर्जित आर्थिक और जीवन उपयोगी समाग्री को नष्ट कर दिया है, साथ ही आवागमन भी अवरुद्ध है और इसके फलस्वरूप आज बिहार विकास के पथ पर 10 वर्ष पीछे हो गया है |

बिहार में हृदय विदीर्ण करने वाली स्तिथि

बाढ़ से राज्य की 1.38 करोड़ से ज्यादा आबादी प्रभावित है, जबकि मरने वालों की संख्या बढ़कर 304 तक पहुंच गई है. आपदा प्रबंधन विभाग के एक अधिकारी ने बताया, "राज्य के 18 जिलों के 178 प्रखंडों की 1.38 करोड़ से ज्यादा की आबादी बाढ़ से प्रभावित है. बाढ़ की चपेट में आने से मरने वालों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है."

आज इस भयानक बाढ़ के कारण सडके टूट चुकी है जिससे आवगमन अवरुद्ध है, पेय जल की व्यवस्था नष्ट भ्रष्ट है, पशु धन बह गये है, घर गिर गये है | खाद पदार्थ , बिछोने , अध्यन की पुस्तके सब कुछ नष्ट हो गया है| बच्चो के लिए दूध नही और अँधेरे में जिन्दगी कट रही है| उपर से भूख प्यास और निचे 8-10 फुट पानी, यह दृश्य बड़ा हृदय विदारक है| आज चारो ओर बच्चो और महिलाओ की हृदय विदीर्ण करने वाली “ बचाओ बचाओ “ की ध्वनियाँ सुनाई दे रही है |

बिहार सरकार का सरहनीय प्रबंधन

बिहार सरकार और बिहार सरकार के विभागों का बाढ़ राहत अभियान में योगदान सराहनीय है | आज राज्य सरकार द्वारा राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर चलाए जा रहे हैं. आपदा प्रबंधन विभाग के एक अधिकारी ने बताया, "प्रभावित जिलों में लगातार सेना, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ ) और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ ) की टीम राहत और बचाव कार्य में लगी हुई है."

अधिकारियों का कहना है, "बाढ़ प्रभावित इलाकों में पानी से घिरे 7.34 लाख से ज्यादा लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. इसके अलावा इन क्षेत्रों में 1,346 राहत शिविर खोले गए हैं, जिसमें करीब 3.27 लाख से ज्यादा लोग शरण लिए हुए हैं. 2,219 सामुदायिक रसोई खोली गई है, जिसमें लोगों को लंगर की तरह खाना खिलाया जा रहा है."

इधर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बाढ़ पीड़ितों को हर संभव मदद की जा रही है. , जहां तक वाहन अथवा नाव नहीं पहुंच रहे हैं, वहां हेलीकॉप्टर से खाने का सामान गिराया जा रहा है. जैसे ही बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से पानी उतरेगा पीड़ितों को महीने भर का राशन (खाने के अनाज) समेत अन्य आवश्यक सामग्री दी जाएगी. क्षतिग्रस्त मकान बनाने और फसल नुकसान की भरपाई के लिए सरकार सहयोग देगी. साथ ही बिहार में बाढ़ पीडितो के राहत के लिए तत्काल सहायता देने के लिए नीतीश कुमार ने पीएम मोदी को शुक्रिया कहा |

क्रेजी इंडिया का अनुरोध

बाढ़ राहत के लिए सरकार सराहनीय कदम उठा रही है लेकिन हमारी भी ये जिम्मेवारी है कि हम सरकार के राहत कार्य में पूरा सहयोग दे, अगर आर्थिक नही तो श्रमदान करे , क्योकि इसमें अपनी और अपने समाज की सुरक्षा और विकास निहित है | 





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